अलीगढ़ पलवल एक्सप्रेस ने कर दी गरीबों की मौज, 43 गांव से गुजरेगा 135Km एक्सप्रेसवे, जमीन अधिग्रहण के मिलेंगे करोड़ों

Aligarh Palwal Expressway: आप लोगों को बता दें कि पलवल-अलीगढ़ एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश और हरियाणा में बनने वाली एक महत्वाकांक्षी सड़क परियोजना है. यह एक्सप्रेसवे पलवल से अलीगढ़ तक 135 किमी की दूरी तय करेगी और राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क को मजबूत करेगी. खास बात यह है कि यह एक्सप्रेसवे 43 गांवों से होकर गुजरेगी. जिससे इन गांवों के विकास और कनेक्टिविटी में बड़ा बदलाव आएगा. आइए जानते हैं इस परियोजना की पूरी जानकारी.

Aligarh Palwal Expressway
Aligarh Palwal Expressway

Aligarh Palwal Expressway का रूट और खासियत

Aligarh Palwal Expressway का निर्माण 6 लेन में किया जाएगा. जो हरियाणा के पलवल जिले से शुरू होकर उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ तक जाएगी. यह रास्ता हथीन. हाथरस. सादाबाद और खैर जैसे कस्बों से गुजरेगा. एक्सप्रेसवे पर वाहनों की अधिकतम स्पीड 120 किमी/घंटा रखी जाएगी. जिससे पलवल से अलीगढ़ की यात्रा का समय 2 घंटे से कम रह जाएगा.

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गांवों पर प्रभाव और विकास

इस एक्सप्रेसवे के रास्ते में आने वाले 43 गांवों को बेहतर कनेक्टिविटी का फायदा मिलेगा. स्थानीय किसानों को अपनी फसल शहरों तक पहुंचाने में आसानी होगी. साथ ही. स्कूल. हॉस्पिटल और मार्केट तक पहुंच बढ़ेगी. परियोजना से 10,000 से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलने का अनुमान है. गांवों में नई सड़कें. बिजली और पानी की सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी.

इस एक्सप्रेसवे के निर्माण में अलीगढ़ जिले के करीब 43 गांवों की ज़मीन का अधिग्रहण किया जाएगा, जिनमें अंडला, अर्राना, जरारा, चौधाना, तरौरा, नयावास, रसूलपुर, ऐंचना, उदयगढ़ी, बमौती, लक्ष्मणगढ़ी, मऊ, बांकनेर आदि गांव शामिल हैं. इसके अलावा, धर्मपुर, नगला अस्सू, दमुआका, खैर, उसरहपुर रसूलपुर, नागल कलां, और अन्य गांवों से भी भूमि का अधिग्रहण होगा.

चुनौतियां और विवाद

इस परियोजना में सबसे बड़ी चुनौती जमीन अधिग्रहण है. कई गांवों के किसान अपनी उपजाऊ जमीन देने को तैयार नहीं हैं. सरकार ने मुआवजे का प्रस्ताव रखा है. लेकिन कुछ लोग इसे कम बता रहे हैं. पर्यावरणविदों को डर है कि एक्सप्रेसवे के निर्माण से स्थानीय वन्यजीवों के आवास प्रभावित होंगे.