Chopan-Chunar Railway Line: आप लोगों को बता दें कि चोपन-चुनार रेलमार्ग को मजबूत करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार एक बड़ा कदम उठा रही है. इसके तहत 3 तहसीलों के 29 गांवों की जमीन को अधिग्रहित किया जाएगा ताकि रेल लाइन का दोहरीकरण हो सके. यह प्रोजेक्ट रेलवे के लिए बहुत जरूरी है क्योंकि यह रूट कोयले और सामान ढोने का बड़ा रास्ता है.
इस रेलमार्ग के बनने से ट्रेनों की स्पीड बढ़ेगी और ट्रैफिक की समस्या कम होगी. सरकार ने इसके लिए खास योजना बनाई है और 2025 में काम शुरू होने की उम्मीद है. इस प्रोजेक्ट के बारे में पूरी जानकारी लेने के लिए इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें.

Chopan-Chunar Railway Line का महत्व और योजना
चोपन-चुनार रेलमार्ग का दोहरीकरण एक बड़ी योजना है जो उत्तर प्रदेश के सोनभद्र और मिर्जापुर जिलों को जोड़ेगी. इस रूट पर अभी सिंगल लाइन है, जिसके कारण ट्रेनों की संख्या कम है और देरी होती है. इस प्रोजेक्ट में 102 किलोमीटर लंबी रेल लाइन को डबल करने के लिए 31 हेक्टेयर जमीन ली जाएगी.
यह रास्ता कोयला ले जाने वाली ट्रेनों के लिए बहुत जरूरी है, जो सिंगरौली से उत्तर भारत के पावर प्लांट्स तक कोयला पहुंचाती हैं. सरकार का कहना है कि इससे हर साल लाखों टन कोयले की ढुलाई आसान होगी और समय की बचत होगी.
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चोपन-चुनार रेलमार्ग के फायदे और सुविधाएं
इस रेलमार्ग के दोहरे होने से कई बड़े फायदे होंगे. सबसे पहले, ट्रेनों की संख्या बढ़ेगी और यात्रियों को कम इंतजार करना पड़ेगा. दूसरा, यह रूट पर्यावरण के लिए भी अच्छा होगा क्योंकि डीजल की खपत कम होगी और प्रदूषण घटेगा. इसके अलावा, यह प्रोजेक्ट इलाके के विकास में मदद करेगा. गांवों के लोग आसानी से बड़े शहरों तक पहुंच सकेंगे और व्यापार को बढ़ावा मिलेगा. इस रेलमार्ग को मजबूत करने के लिए आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल होगा ताकि यह लंबे समय तक चले और सुरक्षित रहे.
चोपन-चुनार रेलमार्ग की लागत और समय
इस प्रोजेक्ट के लिए सरकार ने 1423.96 करोड़ रुपये का बजट रखा है. यह पैसा जमीन लेने, रेल लाइन बिछाने और दूसरी जरूरतों के लिए खर्च होगा. 29 गांवों की जमीन अधिग्रहण का काम जनवरी 2025 से शुरू हो चुका है और पूरा प्रोजेक्ट 2027 तक खत्म होने की उम्मीद है. सरकार का कहना है कि यह रेलमार्ग बनने के बाद हर साल करोड़ों रुपये की डीजल बचत होगी. इसके लिए 3 तहसीलों – रॉबर्ट्सगंज, चुनार और मिर्जापुर – के गांवों से जमीन ली जाएगी ताकि काम तेजी से हो सके.