UP New Expressway: उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के बुन्देलखण्ड क्षेत्र में 63 किमी लंबे नए एक्सप्रेसवे के निर्माण की योजना बनाई है. यह प्रोजेक्ट झांसी और हमीरपुर को जोड़ेगा. जिससे यातायात समय में 40% तक की कमी आएगी. इस एक्सप्रेसवे का मार्ग 14 गांवों से होकर गुजरेगा. जिससे स्थानीय लोगों को आर्थिक और सामाजिक लाभ मिलने की उम्मीद है. आइए जानते हैं इस प्रोजेक्ट की खास बातें और चुनौतियों के बारे में.

UP New Expressway का मार्ग और लंबाई
यह एक्सप्रेसवे झांसी के पास बांदा रोड से शुरू होकर हमीरपुर के रथ तहसील तक जाएगा. इसकी कुल लंबाई 63 किमी होगी. जिसमें 4 लेन की सड़क बनाई जाएगी. प्रोजेक्ट के लिए 1,200 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है. निर्माण कार्य 2025 तक पूरा होने का लक्ष्य है.
प्रभावित गांव और भूमि अधिग्रहण
इस एक्सप्रेसवे के मार्ग में आने वाले 14 गांवों में मऊ. करहरा. बिजौरा. और सेंदुरा प्रमुख हैं. लगभग 500 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा. सरकार ने ग्रामीणों को मुआवजे के रूप में 4-5 लाख रुपये प्रति बीघा देने का ऐलान किया है. साथ ही. विस्थापित परिवारों को पुनर्वास के लिए आवास और रोजगार के अवसर भी दिए जाएंगे.
आर्थिक और सामाजिक लाभ
- यातायात सुविधा: झांसी से हमीरपुर की यात्रा का समय 2 घंटे से घटकर 1 घंटा रह जाएगा.
- रोजगार: निर्माण कार्य के दौरान 5,000 से ज्यादा लोगों को सीधे रोजगार मिलेगा.
- कनेक्टिविटी: गांवों को शहरों से जोड़ने से कृषि उत्पादों की बिक्री आसान होगी.
- पर्यटन: बुन्देलखण्ड के ऐतिहासिक स्थलों तक पहुंच बढ़ेगी.